संयुक्त भाव
'परिवार' से अलग होकर परिवार ही बनता है, पर उस परिवार का महत्व परिवार जैसा नहीं होता है। अलग होने पर टूटने का दरद भी बना रहता है। उस दरद का एहसास उस परिवार को हर पल बना रहता है। संयुक्त परिवार में चिंता हो या चिंतन हो, दोनों में संयुक्त भाव रहता है। जब चिंतन में समानता होगी और चिंता में सामूहिकता होगी तो वह स्वयं बँट जाती है। चिंतन में सभी के विचार से उत्पन्न दृष्टि परिवार को बाँधती है। वही चिंता जब सामूहिक होती है और वह भी मिट जाती है।
A family is formed by separating from the 'family', but the importance of that family is not like that of the family. There is also the pain of breaking when separated. The feeling of that pain remains with that family every moment. Whether there is worry or contemplation in a joint family, there is a joint feeling in both. When there is equality in thinking and there is collectivity in concern, then it itself gets divided. The vision generated by everyone's thoughts in contemplation binds the family. When the same concern is collective and that too disappears.
Composite Emotion | Raipur Arya Samaj, 9109372521 | Gayatri Marriage Raipur | Marriage by Arya Samaj Raipur | Arya Samaj Marriage Booking Raipur | Arya Samaj Pandits Helpline Raipur | Hindu Marriage Helpline Raipur | Marriage by Arya Samaj Mandir Raipur | Arya Samaj All India Raipur | Arya Samaj Marriage Ceremony Raipur | Arya Samaj Shaadi Raipur Chhattisgarh | Vastu Correction Without Demolition Raipur | Arya Samaj Mandir Shadi Raipur | Arya Samaj Pandits for Pooja Raipur | Gayatri Mandir Raipur | Arya Samaj | Vedic Pandits Helpline Raipur | All India Arya Samaj Raipur | Arya Samaj Marriage Raipur | Arya Samaj Pandits for Vastu Shanti Havan Raipur
सांस्कृतिक मूल्यों से दूर युवा पीढी आज युवा पीढी अपने सांस्कृतिक मूल्यों से दूर हो गई है। आए दिन नए-नए गुरुओं का डंका बज रहा है। आज अगर हम अपनी पीढी को भौतिकता की चकाचौंध में खोते हुए नहीं देखना चाहते, तो हमें महर्षि दयानन्द के बताए मार्ग पर चलना होगा। देश के सामने एक बड़ी चुनौती है। अज्ञान, अन्याय और अभाव को दूर करने में हम असमर्थ रहे हैं। अज्ञान से लड़ने वाले...