समय मूल्यवान है
समय कितना मूल्यवान है, उसका सही हिसाब रखते हुए घड़ी हमें किस प्रकार शिक्षा देती है। यद्यपि की संसार में सूर्य और चंद्र दोनों ही समय की गति बताते हैं। सूर्य प्रातःकाल उदित होकर शाम को अस्त हो जाता है तथा एकदिन व्यतीत होना बताता है और उसके पश्चात उसके नभ्र मण्डल में चन्द्रमा उसका स्थान लेता है तथा आकाश के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचकर रात्रि के समाप्त होने का सन्देश देता है। संकेतो से प्रत्येक घंटे, प्रत्येक मिनिट और प्रत्येक सैकिण्ड का अनुमान नहीं लगाया जा सकता। यह कार्य तो मात्र घड़ी ही करती है वही समय के प्रति सैकिण्ड, प्रति मिनिट और प्रति घण्टे का पूरा-पूरा हिसाब देती है।
How the clock teaches us how valuable time is by keeping a correct account of it. Although in the world, both the Sun and the Moon tell the speed of time. The Sun rises in the morning and sets in the evening and tells about the passing of a day and after that the Moon takes its place in its nebula and reaches from one end of the sky to the other and gives the message of the end of the night. Every hour, every minute and every second cannot be predicted from signs. This work is done only by the watch, it gives the complete account of time per second, per minute and per hour.
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सांस्कृतिक मूल्यों से दूर युवा पीढी आज युवा पीढी अपने सांस्कृतिक मूल्यों से दूर हो गई है। आए दिन नए-नए गुरुओं का डंका बज रहा है। आज अगर हम अपनी पीढी को भौतिकता की चकाचौंध में खोते हुए नहीं देखना चाहते, तो हमें महर्षि दयानन्द के बताए मार्ग पर चलना होगा। देश के सामने एक बड़ी चुनौती है। अज्ञान, अन्याय और अभाव को दूर करने में हम असमर्थ रहे हैं। अज्ञान से लड़ने वाले...